कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश सरकार में वन मंत्री और नूरपुर विधायक राकेश पठानिया के बेटे पर उनके ही पार्टी के नेता ने गाड़ी के खरीद बिक्री में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के नूरपुर जिला महामंत्री रणवीर सिंह निक्का ने वन मंत्री राकेश पठानिया के बेटे भवानी पठानिया पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
बिना लोन चुकाए बेच दी गाड़ी:
उन्होंने रणवीर निक्का ने धर्मशाला में प्रेस वार्ता कर कहा कि वन मंत्री के बेटे ने केसीसी बैंक की फर्जी एनओसी के आधार पर अपनी स्कोर्पियो गाड़ी बेची दी है।
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निक्का ने आरोप लगाया कि मंत्री के बेटे ने अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी एचपी 38 जी 3688 को इसी साल खरीदकर केसीसी बैंक से तीन अप्रैल 2021 को फाइनांस करवाया था।
भवानी पठानिया ने केसीसी बैंक का करीब 689047 रुपए बकाया फाइनांस लोन चुकाए बिना फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपनी गाड़ी किसी दूसरे शख्स को अगस्त माह में बेच दी।
एक ही गाड़ी को दो बैंक ने किया फाइनेंस:
निक्का ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिसने गाड़ी खरीदी, उसने भी ग्रामीण बैंक से गाड़ी को फाइनांस करवाया।
निक्का ने सवाल उठाया कि एक ही गाड़ी दो बैंकों में फाइनेंस कैसे हो गई?
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एक ही गाड़ी के एक ही समय दो मालिक कैसे बन गए? निक्का ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने संबंधित बैंकों से आरटीआई मांगी तो जानकारी देने के बजाय मामले को दबाने का प्रयास किया गया।
आरटीआई लगाने पर एक दिन में ही चुकाया 6 लाख का कर्ज:
आरटीआई मांगने पर भवानी पठानिया ने केसीसी बैंक की बकाया करीब 6.92 लाख रुपए राशि एक ही दिन में क्यों भर दी? उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मामले की जांच 48 घंटे में शुरू करने की मांग की।
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उन्होंने कहा कि अगर मामले की जांच 48 घंटे में शुरू न हुई तो वह हाई कोर्ट में केस करेंगे। उधर, भवानी पठानिया का कहना है कि यह आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि निक्का ने उनका अपमान किया है। वह उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर करेंगे।
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