हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के अंतर्गत आते विधानसभा क्षेत्र सुजानपुर की रहने वाली एक दिव्यांग बेटी शिखा शर्मा इन दिनों चंडीगढ़ में सड़क किनारे ठोकरें खा रही है। बतौर रिपोर्ट्स, रीढ़ की हड्डी की बीमारी से पीड़ित शिखा को चंडीगढ़ के एक पुनर्वास केंद्र से निकाल दिया गया। वीडियो वायरल होने के बाद सहेलियों ने शिखा को दूसरे पुनर्वास केंद्र में भर्ती करवाया।
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बताया गया कि सालों पहले शिखा एक कार एक्सीडेंट की शिकार हो गई थी, जिसके कारण वह चलने फिरने में असमर्थ हो गई थी। मां का साया तो शिखा से भगवान ने साल 2018 में ही छीन लिया, लेकिन 6 महीने पहले पिता ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। इसके बाद से ही शिखा इस दुनिया के दुखों का सामना बड़ी हिम्मत के साथ अकेली ही कर रही है।
नहीं मिल सरकारी मदद-अनुराग ने की है निजी मदद
बतौर रिपोर्ट्स, उनके पिता जोगराज शर्मा ने निधन से पहले इलाज करवाने के लिए बीते साल अक्तूबर में बेटी को चंडीगढ़ में दाखिल करवाया। इस बीच मई उनका आकस्मिक निधन हो गया। वहीं, कई वर्षों से बिस्तर पर पड़ी शिखा को प्रदेश सरकार की तरफ से अभी कोई मदद नहीं मिली है। हालांकि, शिखा के जिले के सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कई दफा शिखा के इलाज के लिए अपनी और से 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद की है।
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वहीं, अब हालात कुछ ऐसे थे कि चंडीगढ़ की सड़कों पर बैठी इस बेटी का मदद करने वाला कोई नहीं है। शिखा को अपने स्पाइनल ट्रीटमेंट के लिए एक अच्छे हॉस्पिटल में एडमिट होना है, जहां पर उन्हें एडमिट होने के लिए लाखों रुपए की मदद की जरूरत है। बता दें कि शिखा शर्मा को हिमाचल आइकॉन अवार्ड से भी नवाजा गया है। हमारी आप से यह अपील है कि हिमाचल की इस दिव्यांग बेटी की मदद के लिए आगे आएं।
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