सोलनः हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में एक चार मंजिला भवन गिरने के कारण मलबे में दबे एक मजदूर की लाश को रेस्कयू टीम ने 56 घटों की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकाल लिया है। हालांकि, घरवाले भगवान से यही प्रार्थना कर रहे थे कि उनका बेटा सही सलामत मलबे से बाहर निकल आए। परंतु होनी को तो कुछ और ही मंजूर था।
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मिली जानकारी के मुताबिक रेस्कयू टीम बीते कल यानी वीरवार को मलबा हटाकर तीन से चार जगहों पर कैमरा डालकर उक्त मजदूर के बारे में जानकारी जुटाने में लगे हुए थे। इस दौरान कैमरे के माध्यम से उन्हें उक्त शक्स की लोकेशन का पता चला। जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए टीम ने राहत एवं बचाव कार्य में गति लाते हुए देर रात नरेश को मलबे से बाहर निकाल लिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
ताश के पत्तों की तरह ढह गया था चार मंजिला भवन
इस मामले की पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी परवाणू दया राम ठाकुर ने बताया कि मलबे में दबे व्यक्ति को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि बिल्डिंग गिरने से उक्त व्यक्ति की मौत हो गई है।
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बता दें कि बीते मंगलवार को परवाणु स्थित पुराने उद्योग का चार मंजिला भवन देखते ही देखते ताश के पत्तों की तरह ढह गया। जब यह घटना पेश आई उस वक्त भवन के अंदर करीब 5 मजदूर कार्य कर रहे थे।
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जिन्में से चार को राहत एवं बचाव कार्य अभियान के तहत सुरक्षित मलबे से बाहर निकाल लिया गया था। परंतु मलबे में दबे पांचवे मजूदर यानी नरेश का कहीं कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। वहीं, अब नरेश के शव को रेस्कयू टीम द्वारा मलबे से बाहर निकाल लिया गया है।
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