शिमलाः वीरभूमि हिमाचल प्रदेश से जहां हर साल हजारों की तादाद में युवा देश की सेवा करने के लिए अपना घर बार छोड़ देते हैं। वहीं, अब हिमाचल प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले एक एनआईए अधिकारी अपने ही देश के साथ राष्ट्रद्रोह करने, धोखा देने व आतंकियों की मदद करने के मामले में संदेह के घेरे में आया है।
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बता दें कि उक्त अधिकारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) में एसपी पद पर कार्यरत है और वर्तमान में वह दिल्ली स्थित एनआईए मुख्यालय में सेवाएं दे रहा है। बताया जा रहा है कि उक्त अधिकारी ने कई अहम जानकारियां खुर्रम परवेज और मुनीर चौधरी तक पहुंचाई है।
आतंकियों से लगातार संपर्क में था-
इस संबंध में एनआईए द्वारा अधिकारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सूत्रों की मानें तो बीते दिनों आतंकी और राष्ट्रद्रोह से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए गए मान तथाकथित मानवाधिकारवादी खुर्रम परवेज व लश्कर-ए-तैयबा के एक ओवरग्राउंड वर्कर मुनीर चौधरी के साथ लगातार संपर्क में था।
टेरर फंडिंग जांच का हिस्सा रहा-
बतौर रिपोर्टस, उक्त अधिकारी कुछ समय पहले जम्मू कश्मीर में कार्यरत था। इतना ही नहीं वह उस टीम का भी सदस्य था जिसने 28 अक्टूबर को खुर्रम परवेज के घर में तलाशी ली थी। वह कश्मीर में टेरर फंडिंग के संबंध में जारी जांच में भी शामिल था।
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बताया जा रहा है कि अधिकारी इसके अलावा आतंकी-राजनीतिक-पुलिस गठजोड़ मामले में शामिल वाहिद परा और नौकरी से निकाले जा चुके पुलिस डीएसपी देवेंद्र सिंह मामले की जांच से भी जुड़ा हुआ था।
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