कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के साथ ही साथ वीरभूमि के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, अगर हम सूबे का इतिहास देखें तो पाएंगें कि हिमाचल हजारों युवा देश सेवा में अपने प्राण न्योछावर कर चुके हैं और इसी तरह ढेरों सैनिक देश सेवा में आज के दिन भी जुटे हुए हैं।
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इसी कड़ी में अब सूबे के कांगड़ा जिले के अंतर्गत आते तहसील चढियार के गांव संसाई से ताल्लुक रखने वाला बेटा अनीश राणा सेना में लेफ्टिनेंट बना है। अनीश पहले तो इंडियन एयरफोर्स में अपना भविष्य बनाना चाहते थे मगर एयरफोर्स का परिणाम आने से पहले ही इनका चयन भारतीय सेना में हो गया।
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अनीश ने अपनी इस उपलब्धि से परिजनों व क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। अनीश राणा ने अपनी जमा दो की शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल पुणे से प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है।
विश्व युद्ध समेत 1962, 1965 व 1971 के युद्धों में हिस्सा ले चुके हैं घरवाले
बीते शनिवार को चेन्नई में समारोह में ओटीएस पासआऊट परेड के बाद अनीश राणा के पिता कर्नल जगदीश राणा तथा माता सविता राणा ने उनके कंधे पर सितारे लगाकर खुशी मनाई। अनीश राणा ने पीढ़ी दर पीढ़ी भारतीय सेना में सेवाएं देने की अपने पूर्वजों की गाथा को आगे बढ़ाया है।
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बता दें कि अनीश राणा के पिता जगदीश राणा भारतीय सेना में बतौर कर्नल सेवाएं दे रहे हैं जबकि उनके दादा स्वर्गीय लालमन राणा डोगरा रेजिमेंट में 1962, 1965 व 1971 के युद्धों में हिस्सा ले चुके हैं। इसी तरह परदादा स्वर्गीय रांझा राम पंजाब रेजिमेंट से सेवानिवृत्त हुए थे, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में हिस्सा लिया था। उनके भाई भी प्रथम विश्व युद्ध में भाग ले चुके हैं। चौथी पीढ़ी के अनीश के सेना में चयनित होने के बाद परिजनों तथा गांव वासियों में खुशी की लहर है।
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