सिरमौरः हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से जुड़ी हुई एक बुरी खबर सामने आई है। जहां पांवटा साहिब में रहने वाले एक परिवार ने एक साल के भीतर अपने तीन सदस्य खो दिए। पहले माता-पिता तो अब इकलौती बेटी की मौत ने मानो परिवार को तोड़ कर रख दिया हो।
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मिली जानकारी के मुताबिक शहर में खास पहचान रखने वाले मोहनीश मोहन के परिवार पर से कुछ अरसा पहले ही माता-पिता का साया उठ गया था। अभी इस दुख से उबरे ही नहीं ते कि अब उनकी इकलौती बेटी मल्लिका भी इस दुनिया को अलविदा कहकर चली गई। एक साल से भी कम समय में परिवार के तीन सदस्यों के निधन से आंखों में आंसुओं का सैलाब भी सूख चुका है।
दिल्ली ले जाकर भी नहीं बचा सके जान
बतौर रिपोर्ट्स, कुछ दिन पहले ही मल्लिका की तबीयत बिगड़ने के कारण उसकी मां उसे उपचार हेतु देहरादून लेकर पहुंची थी। जहां डॉक्टरों से मिली निराशा के बाद वे मल्लिका को लेकर दिल्ली पहुंचे। वहीं, मल्लिका ने अंतिम सांस ली।
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वहीं, दिल्ली में मौत के बाद मल्लिका की देह को अंतिम संस्कार के लिए वापस पैतृक गांव लाया गया। जहां शहर में स्थित मोक्षधाम में उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस विधी के दौरान परिजनों के अलावा इलाके के काफी लोग भी मौजूद रहे, जिन्होंने नम आंखों से मल्लिका को अंतिम विदाई दी।
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बता दें कि मल्लिका बचपन से ही दिल की बीमारी से जूझ रही थी। बावजूद इसके मल्लिका ने अपना ये जीवन पूरी खूबसूरती से जिया। इतना ही नहीं माता-पिता ने भी उसकी परवरिश में कोई कमी नहीं रखी। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल आने वाली मल्लिका यूं इस दुनिका को छोड़ कर चली जाएगी इसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था।
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