चंबाः हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों द्वारा फर्जी कागजात बनाकर 4 लाख 98 हजार रुपए का घोटाला करने की खबर सामने आई है। मामला चंबा जिले का है। आरोप है कि ब्लॉक अफसर ने रेंज ऑफिसर व दो वनरक्षकों के साथ मिलकर फर्जी कागजात बना कर सड़क निर्माण के लिए आई धनराशि में से बड़े हिस्से का गबन किया है।
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इस संबंध में स्टेट बिजिलेंस विभाग ने सरकारी धन का गबन करने वाले आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। इसके साथ ही अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है, जिस के तहत इन कर्मियों को 15 दिन के भीतर-भीतर विभाग को जवाब देना होगा।
इस तरह से लूटा खजाना
मिली जानकारी के मुताबिक सड़क निर्माण करने के बाद जब ठेकेदार ने पैसा मांगा तो तत्कालीन डीएफओ ने मामले से संबंधित आरओ( रेंज ऑफिसर) को कार्य की पैमाइश करने के निर्देश दिए। इस पर उक्त आरओ ने कहा की कार्य ज्यादा हो गया है।
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इसके लिए नया टेंडर लागाना पड़ेगा। इसके बाद बीओ ने ठेकेदार को तीन भरोसेमंद आदमी देने की बात कही, जिससे उनके नाम पर बिल की राशि जारी की जा सके। इसके उपरांत कर्मियों ने चार लाख 98 हजार रुए की धनराशि आवंटित कर दी और खुद साढ़े चार लाख की राशि का गबन कर लिया।
15 दिन में मांगा जवाब
इसकी शिकायत उक्त ठेकेदार ने बिजिलेंस विभाग को दी। इस मामले के संबंध में जानकारी देते हुए वनमंडल अधिकारी चंबा अमित शर्मा ने बताया कि सरकारी धन के गबन मामले में चार कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा है।
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जवाब के बाद ही मामले में आगामी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों द्वारा जवाब न देने पर विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है।
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