शिमला। हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर अपने एक दिवसीय दिल्ली दौरे के बाद शिमला वापस आ गए हैं। चुनावी साल में केंद्रीय बजट से पहले सीएम जयराम का यह दौरा काफी ज्यादा महत्त्वपूर्ण था। अपने इस दिल्ली दौरे में सीएम ने कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और हिमाचल की मांगों को उनके उठाया।
आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति को दी मंजूरी
जयराम ठाकुर ने शिमला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की थी। वहीं, अब बताया जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनएचएम (नेशनल हेल्थ मिशन) के तहत कर्मचारियों के वेतन ढांचे को युक्तिसंगत बनाने और अतिरिक्त शहरी आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) की नियुक्ति के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी है।
एंबुलेंस खरीद को भी मंजूर किया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी राज्य सरकार को ईसीआरपी-2 के तहत उपलब्ध फंड से अतिरिक्त 50 एंबुलेंस खरीदने की अनुमति दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकार की कई मांगों को मान लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस बात पर सहमत हो गया है कि राज्य अब कोरोना महामारी से निपटने के लिए आवश्यक होने पर अस्थायी अस्पतालों के निर्माण के लिए पूर्व-निर्मित संरचनाओं के स्थान पर ईंट और पक्के भवन निर्माण कर सकता है।
बढ़ा पैकेज
आपातकालीन प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली तैयारी पैकेज चरण - दो के तहत हिमाचल प्रदेश के संसाधन को 203.86 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 240.56 करोड़ रुपए कर दिया है।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसरों का निर्माण कार्य शुरू करने का आग्रह
सीएम जयराम ठाकुर ने नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की थी और केंद्रीय विश्वविद्यालय के दोनों परिसरों में कार्य शीघ्र आरंभ करने का आग्रह किया। उन्होंने राज्य को राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत किस्त जल्द जारी करने का भी आग्रह किया। दिल्ली से वापस लौटने के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंचे और कामकाज निपटाए।
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