हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश पुलिस हाल ही में अवैध शराब मामले में आरोपित पाए गए कांग्रेस पार्टी से निलंबित महासचिव नीरज ठाकुर व एनएसयूआई के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार की संपत्ति खंगालने में जुटी हुई है। इसके साथ ही पुलिस आरोपितों से उनकी आय के अन्य स्रोतों सहित हमीरपुर जिले के पन्याला स्थित शराब फैक्ट्री से संबंधित पूछताछ कर रही है। ताकि इस मामले में अन्य आरोपितों का भी पर्दाफाश किया जा सके।
सेल्समैन की नौकरी करता था अब 17 ठेकों का मालिक-
पुलिस जांच में सामने आया की नीरज ठाकुर कभी शराब के ठेके में सेल्समैन की नौकरी किया करता था। इसी दौरान उसके दिमाग में नकली शराब का कारोबार करने का विचार आया और इसी के साथ उसने नशे के काले कारोबार का खेल शुरु कर दिया।
इसी के चलते आज उसके अपने 17 ठेके, लंबलू व बोहणी में दो होटल होने के साथ साथ चंडीगढ़ में आलीशान कोठी भी हैं। इसके अलावा उसकी अपनी कई मंहगी गाडियां भी हैं। बताया जा रहा है कि आरोपित चंडीगढ़ से ही नशे का अवैध कारोबार करता था।
मंडी के वरिष्ठ कांग्रेस नेता का भी था साथ
प्राप्त जानकारी के मुताबिक नीरज ने एनएसयूआई के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार के साथ मिलकर नशे का ये कारोबार आगे बढ़ाया। इस धंधे में अपार संपत्ति बनाने के बाद उसका संपर्क बड़े बड़े नेताओं के साथ बनने लगा। ऐसे में अब नीरज ठाकुर का कनेक्शन मंडी के वरिष्ठ कांग्रेस नेता के साथ भी बताए गए हैं और कहीं ना कहीं महासचिव के पद पर तैनाती में उन्ही का अहम रोल भी माना जा रहा है।
उधर, पुलिस टीम द्वारा दोनों आरोपितों के खातों की ट्राजेंक्शन और लॉकर की जांच की जा रही है। टीम द्वारा इस संबंध में राजस्व विभाग से भी जानकारी मांगी गई है। जानकारियों की मानें तो एसआईटी अब शराब मामले में शामिल और संदिग्ध पाए गए सभी मुख्य आरोपियों की संपत्तियों की ईडी से जांच की मांग कर सकती है।
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