बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश में एक 66 वर्षीय शख्स की ढांक में लुढ़कने के कारण मौत होने की खबर सामने आई है। मामला प्रदेश के बिलासपुर जिले स्थित स्वारघाट उपमंडल के तहत पड़ते गांव गरा का है।
घर लौट रहा था बुजुर्ग
मृतक बुजुर्ग की पहचान रामआसरा निवासी गरा के तौर पर हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक बीते कल यानी वीरवार देर रात रामआसरा पैदल अपने घर जा रहा था। बारिश होने के चलते सड़क से उसका पैर फिसला और वह 200 मीटर नीचे लुढ़कते हुए सीधा नेशनल हाईवे चंडीगढ़-मनाली पर जा गिरा।
चीखने की आवाज सुन मौके पर पहुंचे ग्रामीण
इस दौरान रामआसरा की चीखने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। जिन्होंने उसे उपचार हेतु आनंदपुर अस्पताल पहुंचाया। जहां उपचार के दौरान उसकी जान चली गई। वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक शख्स के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही हादसे के संबंध में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
जानें क्या बोले स्थानीय लोग-
इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि यह खाई फोरलेन कंपनी द्वारा कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन कार्य के दौरान कटिंग करके बनाई गई है, इसलिए कम्पनी के खिलाफ लापरवाही की एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। उनका कहना है कि इससे पहले भी ग्रामीणों के पालतू पशु इस खाई की भेंट चढ़ चुके हैं। इस संबंध में कार्रवाई हेतु कई बार ग्रामीणों ने प्रशासन के आगे गुहार भी लगाई। परंतु अभी तक इस संदर्भ में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों ने किया चक्का जाम
कुछ देर बाद घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रामआसरा के शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। वहीं, हाईवे बंद होने की सूचना पर स्वारघाट पुलिस सहित एसडीएम स्वारघाट राजकुमार मौके पर पहुंचे। एसडीएम द्वारा समझाए जाने तथा कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन के बाद करीब आधे घंटे के पश्चात ग्रामीणों ने सड़क मार्ग को खोल दिया।
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