मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला निवासी बनिता ठाकुर कल तक गरीबी के साए में जीवन जीने को मजबूर थी। वहीं, अब बनिता की आवाज ही उसकी पहचान बन गई है।
मनोज ठाकुर ने की मदद:
बता दें कि बनिता के आवाज को “कश्मीर तो होगा, लेकिन पाकिस्तान नहीं होगा”, फेम हिमाचल पुलिस के हैड कांस्टेबल मनोज ठाकुर ने मंच दिया है। मनोज ठाकुर ने बनिता का एक वीडियो अपलोड किया, जो करीब-करीब 3 मिलियन लोग अब तक देख चुके हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 11वीं की छात्रा बनिता के पिता हीरा सिंह का निधन वर्ष 2010 में हो गया था। विधवा मां लता देवी का नाम बीपीएल सूची में शामिल है, लेकिन अटल आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।
जिस कारण बनिता का परिवार मंडी शहर के समीप कोटली में एक टूटे-फूटे मकान में रहने को मजबूर है। बनिता को पहचान मिलने से उम्मीद है कि परिवार की आमदनी का जरिया अब उसकी आवाज ही बन जाएगी।
बहन को मिली नौकरी:
लता देवी आसपास घरों में काम कर कुछ कमा लेती थी, लेकिन चंद महीनों से वो भी बीमार है। दोनों बड़ी बेटियों ने छात्रवृति के दम पर पढ़ाई की है। ऐश्वर्य की ग्रेजुएशन पूरी हो चुकी है, लिहाजा वो नौकरी की तलाश में थी।
बनिता का वीडियो वायरल होने के बाद एक ऑटो शॉप मालिक ने बनिता की बहन ऐश्वर्य ठाकुर को नौकरी देने का वायदा किया है। बड़ी बहन इंदू की शादी हो चुकी है।
मनोज ठाकुर ने कही ये बात:
इत्तफाकन विधवा मां अपनी बेटी को लेकर चंद माह पहले हैड कांस्टेबल मनोज ठाकुर के पास पहुंची थी। हैड कांस्टेबल मनोज ठाकुर ने कहा कि परिवार बेहद ही गुरबत का जीवन जी रहा है।
बेटी की आवाज काफी सुरीली है और इसे गाने का भी शौक है। ऐसे प्रतिभावान बच्चों को मंजिल तक पहुंचाने की हम सबको कामयाब कोशिश करनी चाहिए।
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