चंबा। सत्ता में आने के लिए तमाम राजनीतिक दल कई तरह के वादे कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करते हैं। वहीं, अब हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। ऐसे में सूबे के राजनीतिक दल यहां भी वादा करने में जुट गए हैं।
आशा कुमारी ने मारा पहला हाथ
इसी कड़ी में सबसे पहला और मजबूत हाथ मारा है सूबे की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने। दरअसल, हिमाचल कांग्रेस की कद्दावर नेता और चंबा के अंतर्गत आते डल्हौजी की विधायक आशा कुमारी ने सरकार आने पर पुरानी पेंशन बहाली की बात कही है।
मिली जानकारी के अनुसार आज एनपीएस कर्मचारी महासंघ खंड बनीखेत की टीम आशा कुमारी से मिलने के लिए गई हुई थी। जहां महासंघ के तमाम पदाधिकारियों को भरोसा देते हुए विधायक आशा कुमारी ने कहा हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनते ही पुरानी पैंशन बहाल की जाएगी। इतना ही कांग्रेस विधायक ने यह भी कहा कि एनपीएस कर्मचारियों की इस मांग को वह विधानसभा में उठाएंगी।
सरकार अपने दृष्टि पत्र के वायदों को 4 साल में पूरा नहीं कर पाई
बकौल आशा कुमारी, अभी तक जयराम सरकार द्वारा कमेटी गठन और 2009 की अधिसूचना को लागू न करना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार कर्मचारियों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है।
वहीं, इस मसले पर महासंघ के लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार अपने दृष्टि पत्र के वायदों को 4 साल में पूरा नहीं कर पाई है।
महासंघ की तरफ से आगे कहा गया कि अगर बजट सत्र में पुरानी पेंशन योजना को लागू नहीं किया गया तो प्रदेश के 1 लाख एनपीएस कर्मचारी शिमला जाकर सरकार का घेराव करेंगे। जिला चंबा के सभी विधायकों से मिलकर एनपीएस कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अंतिम बार आग्रह करेंगे। मांग पूरी न होने पर चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा।
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