शिमला। हिमाचल प्रदेश में लोक निर्माण विभाग की तरफ से की जा रही मल्टीटास्क वर्करों की भर्ती में अब नया पेंच फंस गया है। सामने आ रही ताजा अपडेट के अनुसार अब लोक निर्माण विभाग द्वारा किलोमीटर के हिसाब से इन वर्करों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए विभाग की तरफ से आंकड़े जुटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
विभाग द्वारा जुटाए जा रहे आंकड़े
इसके साथ ही साथ विभाग द्वारा कर्मचारियों के खाली पड़े पदों की डीटेल पर भी नजर दौड़ाई जा रही है। बतौर रिपोर्ट्स, विभाग द्वारा जुटाए जा रहे इन आंकड़ों से यह बात पता चल सकेगी कि कितने किलोमीटर के रास्ते को संभालने के लिए कितने वर्करों की जरूरत फील्ड में पड़ने वाली है।
नोटिफिकेशन हो गई है जारी ड्राफ्ट भी तैयार
विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में उपमंडल स्तर तक से जानकारी एकत्रित की जा रही है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा लोक निर्माण विभाग में 5000 मल्टीटास्क वर्कर्स की भर्ती करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए सरकार की तरफ से आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जारी हो गई है और तो और भर्ती प्रक्रिया का आयोजन करवाने के लिए ड्राफ्ट भी तैयार किया जा चुका है।
लम्बी खिंचती नजर आ रही भर्ती प्रक्रिया
इस सब के बीच अब भर्ती प्रक्रिया में किलोमीटर के हिसाब से भर्ती तय करने का नया अडंगा आ गया है, जिसके चलते भर्ती प्रक्रिया लम्बी खिंचती हुई नजर आ रही है। वहीँ, अब बताया यह भी जा रहा है कि अगर प्रदेश भर में खाली पड़े पदों की संख्या 5000 तक ही सीमित रह जाती है, तो विभाग द्वारा पहले से तय किए गए नियमों के हिसाब से ही भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
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वहीं, अगर पदों की संख्या 5000 से ऊपर जाती है तो इसका सीधा असर किलोमीटर पर नजर आने वाला है। अब ऐसे में यह माना जा सकता है प्रदेश भर से आने वाली पदों की मांग स्पष्ट होने के बाद ही विभाग यह तय कर पाएगा कि एक मल्टीटास्क वर्कर के हवाले कितने किलोमीटर दूरी की सड़क सौंपी जाएगी।
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