सिरमौर। हम भारत के लोग 'वसुधैव कुटुम्बकम्' के मूल संस्कार तथा विचारधारा को मानने वाले लोग हैं, लेकिन कुछ दूषित मानसिकता वाले लोगों की वजह से यह विचार हमारे मन में घर नहीं कर पाता है। ताजा मामला देवभूमि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले का है।
चचेरा भाई नहीं आता तो अनर्थ हो जाता
जहां एक 34 वर्षीय बंगाली शख्स ने दरिंदगी की सभी हदों को पार करते हुए नवरात्रि के दिनों में अपनी डेढ़ वर्षीय भतीजी को अपनी हवस का शिकार बना लिया। आरोपी इस हद तक नीचता पर उतर गया कि उसके द्वारा किए गए इस कुकृत्य के बाद बच्ची को अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां पर वह अभी उपचाराधीन है।
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बतौर रिपोर्ट्स, अगर बच्ची का चचेरा भाई इस वाद्ता के समय पर नहीं पहुंच पाटा तो बच्ची की हालत और भी गंभीर हो सकती थी। वहीं, मामले का पता चलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। इसके साथ ही उसके खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
बच्ची की मां ने अभी 6 दिन पहले दिया है दूसरी बेटी को जन्म
सब तक सामने आई जानकारी के अनुसार आरोपी और पीड़ित बच्ची का घर आमने-सामने पड़ता है। वहीं, पीड़ित बच्ची की मां ने अभी 6 दिन पहले ही दूसरी बेटी को जन्म दिया है। बताया गया कि वारदात के दिन आरोपी बच्ची के घर पहुंचा और उसे उठाकर अपने घर ले गया।
प्यार दुलार करने ले गया था कर दिया कुकृत्य
इस दौरान घरवालों ने सोचा कि वह उसे प्यार दुलार करने के लिए अपने साथ ले गया होगा। इसी बीच बच्चे के दूसरे ताया का बेटा जंगल से लकड़ी लेकर लौटा तो उसे बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। वो तुरंत ही बच्ची की आवाज की आवाज की दिशा में चाचा के घर में अंदर दाखिल हुआ इसके बाद उसने जो मंजर देखा उससे वो सन्न रह गया।
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बच्ची के चचेरे भाई ने पाया कि आरोपी द्वारा बेहद ही खौफनाक वारदात को अंजाम दे चुका है। तुरंत ही लड़के ने अपनी नन्ही बहन को वहां से रेस्क्यू किया। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। अब महिला थाना में आईपीसी की धारा 376 व पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
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