ऊनाः हिमाचल प्रदेश में एक परिवार ऐसा भी है जो अपने 21 वर्षीय बेटे के उपचार के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। परंतु ना तो उनकी मदद सरकार ने की और ना ही प्रशासन ने। हम बात कर रहे हैं ऊना जिले के बंगाणा उपमंडल के तहत आते गांव चौकी मन्यार के रहने वाले अर्जुन चौधरी की।
बता दें कि अर्जुन की दोनों किडनियां फेल हो चुकी हैं। इस वजह से वह चलने फिरने में असमर्थ हो गया है। बताते चले की ये वही अर्जुन है जो कुछ समय पहले सेना में भर्ती होने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा था। परंतु भगवान को तो कुछ और ही मंजूर था।
मजूदरी करते हैं माता-पिता
अर्जुन के माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी का काम कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं, लेकिन अब उनके समक्ष बेटे के इलाज की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। फिलहाल के लिए तो अर्जुन का डायलिसिस क्षेत्रीय अस्पताल में चल रहा है। परंतु उसका असली उपचार पीजीआई चंडीगढ़ में होना है।
इसके लिए परिवार को करीब 3.50 लाख रुपए की जरूरत है। आर्थिक स्थिति से कमजोर इस परिवार के लिए इलाज के पैसे एकत्रित कर पाना काफी मुश्किल हो रहा है। दुख की इस घड़ी में परिवार की मदद के लिए जिला मुख्यालय की कीर्तन मंडली की महिलाएं आगी आई हैं।
सरकार से लगाई मदद की गुहार
इन महिलाओं ने पीड़ित परिवार को राशन सामग्री उपलब्ध कराने सहित 51 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की है। ये धनराशि कीर्तन मंडली की महिलाओं द्वारा शहर के कई लोगों से एकत्रित की गई है। वहीं, अर्जुन के पिता बृजमोहन ने प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है ताकि उनके बेटे की जिंदगी को बचाई जा सके। इस संबंध में जानकारी देते हुए कीर्तन मंडली के सदस्यों ने कहा कि सरकार और समाज के संपन्न लोगों को इस काम में मदद के लिए आगे आना चाहिए।
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