हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश में आज भी बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जो आज भी सड़क सेवा से जुड़ नहीं पाए हैं। इस बीच प्रदेश में एक गांव ऐसा भी है जहां के लोगों ने अपने स्तर पर पैसे इकट्ठे कर अपनी निजी जमीन पर सड़क निकाल दी। मामला प्रदेश के हमीरपुर जिले के तहत आते विकास खंड नादौन की गोईस पंचायत के झरमाणी गांव का है।
पैसे इकट्ठा कर खुद निकाली सड़क
बता दें कि झरमाणी गांव के रहने वाले लोगों ने डेढ़ साल पहले अपने स्तर पर 1 लाख 80 हजार रुपए इकट्ठा किए। इसके बाद जेसीबी के माध्यम से अपनी निजी भूमि पर सड़क निकला दी, जिसे अब लोक निर्माण विभाग पक्का करने जा रहा है।
सुविधाओं का अभाव हुआ महसूस
इस संबंध में जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी व समाज सेवी बालाचंद राजपूत ने बताया कि कोरोना काल के दौरान गांव के लोगों ने पांच मुख्य सुविधाओं की कमी महसूस की। इसमें गांव के सभी घरों व श्मशान घाट तक एबुंलेंस रोड की कनेक्टिविटी, सभी खेतों में ट्रैक्टर जाए, शेड और स्टोर का निर्माण व जंजघर की मरम्मत करना आदि शामिल था।
खुद किया सड़क का निर्माण
इस पर गांव वासियों ने एक कमेटी का गठन किया, जिन्होंने इन सभी सुविधाओं पर मंथन किया। इसके उपरांत कार्य को अंजाम देने के लिए सभी लोगों ने अपने-अपने स्तर पर पैसे दान किए साथ ही निजी जमीन पर सड़क निर्माण हेतु एनओसी भी दे दी। इसके बाद अगले ही दिन जेसीबी बुलाकर सड़क निकाल दी गई। सड़क निर्माण कार्य की मॉनीटरिंग बीडीसी मेंबर प्रकाश चंद ने की।
पक्की होने जा रही सड़क
वहीं, अब लोक निर्माण विभाग डेढ़ साल पहले बनाई गई इस सड़क को पक्का करने जा रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बालचंद राजपूत ने कहा कि गांव के लोग चाहें तो सरकारी सहायता का इंतजार किए बिना भी विकास किया जा सकता है और जब सरकारी फंड मिले तो उस काम के स्वरूप को और बेहतर किया जा सकता है।
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